भारतीय इतिहास का स्वरूप एवं परिभाषा: Difference between revisions

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{{#metamaster:description|भारतीय इतिहास का स्वरूप एवं परिभाषा-इतिहास-लेखन की प्रवृत्ति भारतीयों में प्रारम्भ से ही विद्यमान थी। ऐतिहासिक दाशराज्ञ- युद्ध का उल्लेख ऋग्वेद के मंत्रों में हुआ है। परीक्षित से लेकर बिम्बसार से पूर्व तक की घटनाओं का उल्लेख ब्राह्मण-ग्रन्थों में मिलता है}}
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