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उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में समुंद्र तक फैला हुआ यह उपमहाद्वीप भारतवर्ष के नाम से ज्ञात है। डॉ० राजबली पाण्डेय के अनुसार इस देश का नाम '''[[भारत]]''' ऋग्वेद में वर्णित एक शक्तिशाली एवं सभ्य जन-समुदाय भरत के नाम पर पड़ा। विष्णुपुराण में समुद्र के उत्तर तथा हिमालय के दक्षिण में स्थित देश को ''भारतवर्ष'' तथा वहाँ के निवासियों को भारती कहा गया है: | उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में समुंद्र तक फैला हुआ यह उपमहाद्वीप भारतवर्ष के नाम से ज्ञात है। डॉ० राजबली पाण्डेय के अनुसार इस देश का नाम '''[[भारत]]''' ऋग्वेद में वर्णित एक शक्तिशाली एवं सभ्य जन-समुदाय भरत के नाम पर पड़ा। विष्णुपुराण <ref>{{cite web |https://archive.org/details/vishnu-puran_202112/page/n105/mode/2up |title= विष्णु पुराण |accessmonthday=15 मार्च}}</ref>में समुद्र के उत्तर तथा हिमालय के दक्षिण में स्थित देश को ''भारतवर्ष'' तथा वहाँ के निवासियों को भारती कहा गया है: | ||
<blockquote>''उत्तरं यत्समुद्रस्य हिमादेश्चैव दक्षिणम् । ''<br> | <blockquote>''उत्तरं यत्समुद्रस्य हिमादेश्चैव दक्षिणम् । ''<br> | ||
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इस प्रकार संक्षेप में अनेक क्षेत्रीय विभिन्नताओं को अपने में समेटे हुए पूरा भारत प्राचीन काल से ही एक संस्कृति के सूत्र में बंधा हुआ है, जो विश्व में भारतीय संस्कृति के नाम से जानी जाती है। | इस प्रकार संक्षेप में अनेक क्षेत्रीय विभिन्नताओं को अपने में समेटे हुए पूरा भारत प्राचीन काल से ही एक संस्कृति के सूत्र में बंधा हुआ है, जो विश्व में भारतीय संस्कृति के नाम से जानी जाती है। | ||
==संदर्भ== | |||
<references /> | |||
[[Category : भारत]] | [[Category : भारत]] | ||
[[Category : भारत का इतिहास]] | [[Category : भारत का इतिहास]] |