मात्रक
मात्रक (अंग्रेज़ी : Unit): किसी राशि के मापन के निर्देश मानक को मात्रक कहते हैं। लंबाई, द्रव्यमान और समय जैसी भौतिक राशियों को मापने के लिए हमें माप के एक मानक की आवश्यकता होती है। मापन के इस मानक को उस भौतिक राशि का मात्रक कहते हैं। उदाहरण के लिए, लंबाई का मात्रक मीटर है, और 1 मीटर की मानक लंबाई की एक सटीक परिभाषा है। किसी वस्तु की लंबाई मापने के लिए, हमें यह निर्धारित करने की आवश्यकता है कि यह मानक लंबाई मीटर कितनी बार वस्तु की लंबाई में निहित है। किसी भौतिक राशि की मानक मात्रा से तुलना करना मापन कहलाता है।
मात्रक के गुण
- मात्रक उपयुक्त आकार का होना चाहिए
- मात्रक अच्छी तरह से परिभाषित होना चाहिए
- मात्रक आसानी से प्रतिलिपि प्रस्तुत करने योग्य होना चाहिए, अर्थात यह स्थान के साथ परिवर्तित नहीं होनी चाहिए
- मात्रक को समय के साथ नहीं बदलना चाहिए
- मात्रक को तापमान, दबाव आदि जैसी भौतिक स्थितियों के साथ नहीं बदलना चाहिए।
- मात्रक को समान भौतिक मात्राओं के साथ प्रयोगात्मक रूप से आसानी से तुलनीय होना चाहिए।
मात्रक का वर्गीकरण
- मौलिक मात्रक : मूल राशियों के लिए परिभाषित मात्रकों को मूल मात्रक कहा जाता है।
- व्युत्पन्न मात्रक : अन्य सभी भौतिक राशियों के मात्रक जो मूल मात्रकों से व्युत्पन्न होते हैं, व्युत्पन्न मात्रक कहलाते हैं।
विभिन्न मात्रक प्रणालियाँ
- एफपीएस प्रणाली: इस प्रणाली में, लंबाई का मात्रक फुट (Foot) है, द्रव्यमान का मात्रक पाउंड (Pound) है, और समय का मात्रक सेकंड (Second) है।
- सीजीएस प्रणाली: इस प्रणाली में, लंबाई, द्रव्यमान और समय के मात्रक क्रमशः सेंटीमीटर(Centimetre), ग्राम (Gram) और सेकंड (Second) हैं।
- एमकेएस प्रणाली: इस प्रणाली में लंबाई, द्रव्यमान और समय के मात्रक क्रमशः मीटर (Metre), किलोग्राम (Kilogram) और सेकंड (Second) है।
- अन्तरराष्ट्रीय मात्रक प्रणाली: संक्षेप में S.I.; फ़्रांसीसी शब्द Le Système International d'unités का संक्षिप्त रूप है। इंटरनेशनल सिस्टम ऑफ यूनिट्स (एसआई) मीट्रिक प्रणाली है जो माप के लिए एक मानक के रूप में सार्वभौमिक रूप से उपयोग की जाती है। SI मात्रक वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह 7 मूल मानकों से बना है जो 22 व्युत्पन्न मानकों को परिभाषित करने के लिए उपयोग किया जाता है। एसआई मात्रक को या तो मानक गुणक या आंशिक मात्रा के रूप में व्यक्त किया जा सकता है।
भौतिक राशि | SI के मूल मात्रक | संकेत |
---|---|---|
लम्बाई | मीटर (metre) | m (मी) |
द्रव्यमान | किलोग्राम (kilogram) | kg (किग्रा) |
समय | सेकण्ड (second) | s (से) |
ताप | केल्विन (kelvin) | K (के) |
विद्युत् धारा | ऐम्पियर (ampere) | A (ऐ) |
ज्योति तीव्रता | कॅण्डेला (candela) | cd (कैण्ड) |
पदार्थ का परिमाण | मोल (mole) | mol (मोल) |
S.I. के सम्पूरक मूल मात्रक
समतल कोण | रेडियन (radian) | rad(रेड) |
घन कोण (solid angle) | स्टेरेडियन (steradian) | sr |
S.I. के कुछ पुराने मात्रकों के नए नाम और संकेत
समतल कोण | रेडियन (radian) | rad(रेड) |
घन कोण (solid angle) | स्टेरेडियन (steradian) | sr |
बहुत लम्बी दूरियों को मापने के लिए प्रकाश वर्ष का प्रयोग किया जाता है अर्थात् प्रकाश वर्ष दूरी का मात्रक है।
- 1 प्रकाश-वर्ष = 9.46 x 1015 मीटर
दूरी मापने की सबसे बड़ी इकाई पारसेक है।
- 1 पारसेक = 3.26 प्रकाश-वर्ष = 3.08 x 1016 मीटर
बल की C.G.S. पद्धति में मात्रक डाइन है एवं S.I. पद्धति में मात्रक न्यूटन है।
- 1 न्यूटन = 105 डाइन
कार्य की C.G.S. पद्धति में मात्रक अर्ग है एवं S. I. पद्धति में मात्रक जूल है।
- 1 जूल = 107 अर्ग