आरती श्री गणेश जी
Jump to navigation
Jump to search
आरती श्री गणेश जी
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा!
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा!!
एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी !
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी !!
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा !
लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा !!
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा !
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा !!
अन्धे को आँख देत, कोढ़िन को काया !
बाँझन को पुत्र देत, निर्धन को माया !!
‘सूर’ श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा !
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा !!
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी !
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी !!
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा !
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा !!