वज्जि: Difference between revisions
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यह वस्तुतः एक संघ था। इसमें अनेक राज्य मिले थे, जिनका सामूहिक नाम वज्जि था, किन्तु यह मित्र संघ कौन-कौन से थे. यह ज्ञात नहीं है। इनमें प्रमुख चार थे विदेह, लिच्छवि, वृज्जि और ज्ञात्रिक विदेह की राजधानी मिथिला, लिच्छवियों की राजधानी वैशाली तथा ज्ञात्रिकों की राजधानी कुण्डग्राम थी इन वृज्जियों का साम्राज्य गंगा के उत्तर से लेकर नेपाल की तराई तक था। इस राज्य के पश्चिम की ओर गण्डक नदी प्रवाहित होती थी, जो वृज्जि-संघ को मल्लों से अलग करती थी । | यह वस्तुतः एक संघ था। इसमें अनेक राज्य मिले थे, जिनका सामूहिक नाम वज्जि था, किन्तु यह मित्र संघ कौन-कौन से थे. यह ज्ञात नहीं है। इनमें प्रमुख चार थे विदेह, लिच्छवि, वृज्जि और ज्ञात्रिक विदेह की राजधानी मिथिला, लिच्छवियों की राजधानी वैशाली तथा ज्ञात्रिकों की राजधानी कुण्डग्राम थी इन वृज्जियों का साम्राज्य गंगा के उत्तर से लेकर नेपाल की तराई तक था। इस राज्य के पश्चिम की ओर गण्डक नदी प्रवाहित होती थी, जो वृज्जि-संघ को मल्लों से अलग करती थी । | ||
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Latest revision as of 14:40, 23 February 2023
यह वस्तुतः एक संघ था। इसमें अनेक राज्य मिले थे, जिनका सामूहिक नाम वज्जि था, किन्तु यह मित्र संघ कौन-कौन से थे. यह ज्ञात नहीं है। इनमें प्रमुख चार थे विदेह, लिच्छवि, वृज्जि और ज्ञात्रिक विदेह की राजधानी मिथिला, लिच्छवियों की राजधानी वैशाली तथा ज्ञात्रिकों की राजधानी कुण्डग्राम थी इन वृज्जियों का साम्राज्य गंगा के उत्तर से लेकर नेपाल की तराई तक था। इस राज्य के पश्चिम की ओर गण्डक नदी प्रवाहित होती थी, जो वृज्जि-संघ को मल्लों से अलग करती थी ।